Vinesh Phogat disqualified from olympics 2024 : कैसे चूका भारत अपने गोल्ड मेडल से
विनेश फोगट जीवन परिचय:
विनेश फोगट भारतीय पेशेवर महिला पहलवान है और ये भारत से तीन बार ओलम्पिया भी रह चुकी है | विनेश फोगट का जन्म 25 अगस्त 1994 को एक पदक विजेता परिवार में हुआ उनके परिवार में सब ही पहलवानी में पदक विजेता रह चुके है | उन्होंने ओलंपिक्स 2024 में प्रवेश किया और स्वर्ण पदक मुकाबले में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान रही | हलाकि स्वर्ण पदक मैच से पहले ही उनका वजन ज्यादा हो जाने की वजह से उन्हें मुकाबले के पहले ही डिसक्वालिफ़िएड घोसित कर दिया गया जिस से भारत के सभी लोगो का सपना टूट गया|
उन्होंने अपने 29 साल के उम्र में काफी उपलब्धिया हासिल की है | वो विस्वाकुस्ती चैम्पियनशिप में कई सरे पदक जितने वाली पहली महिला पहलवान है | वह पूर्व भाजपा संसद रह चुके बृजभूषण के खिलाफ जनवरी और अप्रैल 2023 में आयोजित भारतीय पहलवान के विरोध के नेताओ में से एक थी जिनपर कई महिला पहलवान के यौन शोसन का आरोप लगा हुआ है
- राष्ट्रमण्डल और एसीआई खेलो में स्वर्णपदक जितने वाली पहली महिला पहलवान बानी |
- विनेश फोगट 2019 लॉरेन्स वर्ल्ड स्पोर्ट्स अवार्ड्स में नामांकित होने वाली पहली भारतीय ऐथलीट भी बानी |
की हर मुमकिन कोसिस वजन घटने की पर रही असफल
विनेश फोगट ने ओलंपिक्स 2024 में महिलाओ की 50kg वेट कुस्ती की चार बार स्वर्णपदक विजेता यूई सुसकी जो की विश्वचैंपियन रह चुकी है उनको हारने वाली पहली अंतरास्ट्रीय पहलवान बन गयी जो ओलंपिक फाइनल गेम तक पहुंचने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बन गईं वो फाइनल में प्रवेश करने से असमर्थ थी क्युकी उनकी 100gram वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें डिसक्वालिफ़िएड कर दिया गया उन्होंने हर मुमकिन कोसिस की जिस से उनका वजन घाट जाये पर ये नहीं हो पाया | डॉक्टर ने कहा की विनेश रात भर पानी नहीं पिया उन्होंने अपने बाल तक काट दिए अपने कपड़ो को भी काट कर छोटा कर लिया इसके बाद भी 100 ग्राम वजन ज्यादा हो जाने के वजह से उन्हें मैच से डिसक्वालिफ़िएड कर दिया गया और भारत को गोल्ड मैडल जित ते देखने से पहले ही कई लोगों को सपना टूट गया |
भारतीय दल के मुख्या चिकित्सा डॉक्टर जो विनेश की मेडिकली सारी चीज़े देख रेख कर रहे थे उन्होंने कहा की उन्होंने कठोर से कठोर कदम उठाये है उनकी वजन काम करने के लिए लकिन वो फिर भी उनकी वजन को काम करने से असमर्थ रहे |
मंगलवार को विनेश फोगट ने 50kg फ्री स्टाइल कुस्ती के सेमि फिनाले में यूई सुसकी जो की चार बार वर्ल्ड चैम्पियन रह चुकी है उसको हरा कर इतिहास रच दिया वो पहली महिला पहलवान रही जिसने फाइनल में अपनी जगह बनाई | हलाकि वेट माप होने के बाद 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें डिसक्वालिफ़िएड कर दिया गया |
दुर्भाग्य के वजह से हुई बहार
आप सभी को बता दे विनेश फोगट ओलम्पिक के फाइनल में पहुँचने वाली पहली महिला पहलवान बानी है जिन्होंने पहले मैच में चीन के खिलाडी को हराया फिर उन्होंने क्वाटरफाइनल में यूक्रेन की खिलाडी को भी मात दी उसके बाद उन्होंने सेमीफइनल में क्यूबा की पहलवान को हराकर इतिहास रच दिया वह पहली भारतीय महिला बानी जिन्होंने ऐसे अपने आप को साबित कर फाइनल में जगह बनाई परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण रही वो फाइनल में पहुंच जाने के बाद भी मात्र 100gram वजन के वजह से खेल से उन्हें डिसक्वालिफ़िएड कर दिया गया जो की भारत के लिए काफी निराशाजनक रहा काफी लोगो का सपना और दिल दोनों ही टूट कर चकनाचूर हो गया |
गीता फोगट अपनी बहिन को हिम्मत देते हुए
हर हिंदुस्तानी की आज आंखे नाम है गीता जी उन्होंने हिम्मत देते हुए कहा आपने जो आज किया है वो भारत को हमेशा याद रहेगा आपने अपने आप को साबित किया है की आप किसी विजेता से काम नहीं है अपने वो कर के दिखाया है जो अभी तक किसी से नहीं किया
उन्होंने कहा हम समझ सकते है आप इस वक्त कैसा महसूर कर रही होंगी उसका हमें अंदाज़ा भी नहीं है सबकुछ काफी शानदार रहा पर अंत में हम बहुत ही छोटे से चीज़ के वजह से सब कुछ खो बैठे सायद इसी का नाम ज़िंदगी है |वो लिखती है की ” ज़िंदगी एक संघर्ष है और उस संघर्ष का नाम विनेश फोगट है ” उनकी यह बात से साफ़ समझ आ रहा है वो भी बेहद दुखी है उनकी ऐसे डिसक्वालिफ़िएड हो जाने से हर वो सच्चा हिंदुस्तानी दुखी है|
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